ऑनलाइन लुटने से बचाने का तरीका
नमस्कार ,मैं ICICI बैंक की मुंबई ब्रांच से बोल रहा हूं.
नमस्कार,जी बोलिए.
आपने ,एक नए ATM कार्ड के लिए एप्लाई किया था ?
जी,किया तो था. एक महीना हो गया. अब तक नहीं आया.
आ जाएगा, वैरीफिकेशन पर्पज के लिए आपको एक प्रॉसेस अपनाना पड़ेगा.
अच्छा, क्या प्रॉसेस?
आपके पास किसी दूसरे बैंक का डेबिट या क्रेडिट कार्ड है?
हां है तो.
Excellent, फिर तो वैरीफिकेशन ज्यादा आसानी से हो जाएगा. आपके कार्ड पर 16 अंकों का एक नंबर लिखा होगा,वो बताइए.
हां,नोट कीजिए. 4591. . . . . . . . . . . . .
कार्ड को पलटिए. 3 अंक का एक CVV कोड लिखा होगा.
हां है, 2. .
अब आपके मोबाइल पर एक मैसेज आया होगा. यह लास्ट स्टेप है. धैर्य रखने के लिए धन्यवाद.
हां आ गया,नोट कीजिए. 243. . . .
धन्यवाद, आपका कार्ड वैरिफाई हो गया है. आपका दिन शुभ रहे. “
मोबाइल पर मैसेज आता है ,Rs 9999 has been debited from your account for a purchase at Mobikwik/Paytm/Freecharge. Transaction number 1236. . . from card 4591**********”
आप नंबर डायल करेंगे,तो लगेगा नहीं. वो एक आदमी को लूटने के लिए एक ही नंबर यूज करते हैं.
अब आप माथे पर हाथ रखके बैठ जाते हैं. ले कर उड़ गया 9999 रुपये .
ये कहानी अगर आप किसी को सुनाते भी हैं तो अगर सुनने वाले लोग अगर ज्यादा सभ्य हुए तो भी आपको गधा,नालायक,पढ़े-लिखे, गंवार, दिमाग कहां रहता है बे तेरा जैसे विशेषणों से बिना किसी की सिफारिश के ही सम्मानित कर दें. और मौज लेने वाली बिरादरी तो आपका जीना मुहाल कर देगी. देश डिजिटल होने की राह पर बढ़ रहा है. तो समाज में ऐसे भी तत्व हैं जो इस राह में भी भोले-भाले लोगों को लूटने की कोशिश में लगे हुए हैं. साइबर सिक्योरिटी का प्रधानमंत्री भी बार बार जिक्र करते रहते हैं. ये तो बड़े लेवल की चीज है.
लेकिन छोटे मोटे इन ऑनलाइन चोर उचक्कों से निपटने के लिए हमारे पास सॉल्यूशन है. खुद समझिए और कोई इस तरीके की समस्या लेकर आए तो पहिले जी भर के गरिया लीजिए. आपका हक़ है. ऐसे मौके बार बार थोड़े ना मिलते हैं. फिर सॉल्यूशन भी बता दीजिए. पहिला काम, जैसे ही पता चले तुरंत पुलिस थाने की ओर भागिए. बैंक वैंक जाने का कोई फायदा नहीं है. ATM कार्ड भी ब्लॉक कराने की भी जरूरत नहीं है.
जब तक OTP या ATM Pin नहीं पता तो वो इसके बाद कुछ नहीं निकाल पाएगा. वो अगर किसी मेट्रो सिटी में नहीं रहते तो पुलिस को समझाने में आपकी नानी याद आ जाएगी. पहले तो पुलिस वाले खूब हड़काएंगे भी. धैर्य रखिए. आपको बस इतना करना है कि पुलिस से रिक्वेस्ट करके एक (कच्ची FIR) लिखवानी है. वो पूरी कोशिश करेंगे की उन्हें ये न लिखना पड़े क्योंकि ये उनके लिए वो शरलॉक होम्स की मिस्ट्री है जिसका उन्हें पहला कदम भी नहीं पता. उन्हें कन्विंस करने के लिए आप ये दलील दे सकते हैं कि सर,केवल ये लिखाई गई एफ़०आई०आर० लिख दीजिए ,इसके बाद हम कभी इसके बारे में पूछने भी नहीं आएंगे. केवल ये मिल जाए तो शायद ये पैसे वापस आ जाएंगे. अगर आप भर्थना जैसे किसी कस्बे में रहते हैं तो A4 कागज का भी जुगाड़ खुदही करना पड़ सकता है,मतलब की साथ ले जाइए. खैर, अब आप लिखाई गई एफ़०आई०आर० की एक फोटोकॉपी कराकर उस पर मुहर लगवा लीजिए. बस यहां का काम हो गया.
अब जिस ऐप के जरिए आपको लूटा गया है. उसमें Contact Us” में जाइए. वहां आपको एक मोबाइल नंबर मिलेगा या Email ID मिलेगी. उस पर अपनी समस्या मेल कर दीजिए सिंपल और सही अंग्रेजी में. अब ऐसा न हो कि उसे समझ ही न आए. मोबाइल नंबर पर जैसे ही आप बताना शुरू करेंगे की मेरे पास एक कॉल आया था, उधर से तुरंत रिप्लाई आएगा.
मतलब कि आपके साथ फ्रॉड हुआ है. कितने रुपए गए?”
जी, 9999
कोई नहीं,अगर उसने खर्च नहीं किए होंगे तब तो वापस हो जाएंगे.
वो आपसे कुछ डॉक्युमेंट मांगेंगे. जैसे कि पहचान पत्र ,पुलिस स्टेशन में लिखाए गए सनहा की स्कैन्ड कॉपी, निवास के लिए एक प्रूफ, पासबुक का मेन पेज की स्कैन्ड कॉपी जिस पर आपकी फोटो और अकाउंट नंबर साफ साफ लिखा हो,कार्ड के अंतिम 4 डिजिट इत्यादि.
ये सब कुल मिलाकर 1 से 2 घंटे तक का समय लगेगा. आपके पैसे वापस आ जाएंगे. उस चोर की डिटेल्स भी मिल जाएंगी. अगर आपका खुद का पैसा है तब तो चुपचाप बैठ जाइए. बताएंगे तो मौज ही होगी. अगर किसी दोस्त की प्रॉब्लम है तब तो एक बढ़िया सी ट्रीट तो बनती ही है,साथ ही जिंदगी भर मौज लेने के लिए एक टॉपिक.
ये सब Mobikwik पर करना पड़ेगा. PayTM पर तो आपसे पुलिस सनहा भी नहीं मांगते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि हमें कैसे पता. बस इतना समझ लीजिए कि ट्रीट हम भी ले चुके हैं. अब एक स्टेप आगे.
अगर उसने पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए हैं तब तो वो पकड़ा भी जा सकता है. PayTM वाले उसका अकाउंट नंबर बता देंगे. अब इसके आगे का काम पुलिस बहुत आसानी से कर सकती है. अगर अकाउंट नंबर पता है मतलब कि लुटेरे का नाम ,फोन नंबर और पता सब पता चल जाएगा. पकड़ा भी जाएगा.
बैंक आपको कभी कॉल नहीं करता. याद रखिए.
अगर उसने पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए हैं तब तो वो पकड़ा भी जा सकता है. PayTM वाले उसका अकाउंट नंबर बता देंगे. अब इसके आगे का काम पुलिस बहुत आसानी से कर सकती है. अगर अकाउंट नंबर पता है मतलब कि लुटेरे का नाम ,फोन नंबर और पता सब पता चल जाएगा. पकड़ा भी जाएगा.
बैंक आपको कभी कॉल नहीं करता. याद रखिए.
नमस्कार ,मैं ICICI बैंक की मुंबई ब्रांच से बोल रहा हूं.
नमस्कार,जी बोलिए.
आपने ,एक नए ATM कार्ड के लिए एप्लाई किया था ?
जी,किया तो था. एक महीना हो गया. अब तक नहीं आया.
आ जाएगा, वैरीफिकेशन पर्पज के लिए आपको एक प्रॉसेस अपनाना पड़ेगा.
अच्छा, क्या प्रॉसेस?
आपके पास किसी दूसरे बैंक का डेबिट या क्रेडिट कार्ड है?
हां है तो.
Excellent, फिर तो वैरीफिकेशन ज्यादा आसानी से हो जाएगा. आपके कार्ड पर 16 अंकों का एक नंबर लिखा होगा,वो बताइए.
हां,नोट कीजिए. 4591. . . . . . . . . . . . .
कार्ड को पलटिए. 3 अंक का एक CVV कोड लिखा होगा.
हां है, 2. .
अब आपके मोबाइल पर एक मैसेज आया होगा. यह लास्ट स्टेप है. धैर्य रखने के लिए धन्यवाद.
हां आ गया,नोट कीजिए. 243. . . .
धन्यवाद, आपका कार्ड वैरिफाई हो गया है. आपका दिन शुभ रहे. “
मोबाइल पर मैसेज आता है ,Rs 9999 has been debited from your account for a purchase at Mobikwik/Paytm/Freecharge. Transaction number 1236. . . from card 4591**********”
आप नंबर डायल करेंगे,तो लगेगा नहीं. वो एक आदमी को लूटने के लिए एक ही नंबर यूज करते हैं.
अब आप माथे पर हाथ रखके बैठ जाते हैं. ले कर उड़ गया 9999 रुपये .
ये कहानी अगर आप किसी को सुनाते भी हैं तो अगर सुनने वाले लोग अगर ज्यादा सभ्य हुए तो भी आपको गधा,नालायक,पढ़े-लिखे, गंवार, दिमाग कहां रहता है बे तेरा जैसे विशेषणों से बिना किसी की सिफारिश के ही सम्मानित कर दें. और मौज लेने वाली बिरादरी तो आपका जीना मुहाल कर देगी. देश डिजिटल होने की राह पर बढ़ रहा है. तो समाज में ऐसे भी तत्व हैं जो इस राह में भी भोले-भाले लोगों को लूटने की कोशिश में लगे हुए हैं. साइबर सिक्योरिटी का प्रधानमंत्री भी बार बार जिक्र करते रहते हैं. ये तो बड़े लेवल की चीज है.
लेकिन छोटे मोटे इन ऑनलाइन चोर उचक्कों से निपटने के लिए हमारे पास सॉल्यूशन है. खुद समझिए और कोई इस तरीके की समस्या लेकर आए तो पहिले जी भर के गरिया लीजिए. आपका हक़ है. ऐसे मौके बार बार थोड़े ना मिलते हैं. फिर सॉल्यूशन भी बता दीजिए. पहिला काम, जैसे ही पता चले तुरंत पुलिस थाने की ओर भागिए. बैंक वैंक जाने का कोई फायदा नहीं है. ATM कार्ड भी ब्लॉक कराने की भी जरूरत नहीं है.
जब तक OTP या ATM Pin नहीं पता तो वो इसके बाद कुछ नहीं निकाल पाएगा. वो अगर किसी मेट्रो सिटी में नहीं रहते तो पुलिस को समझाने में आपकी नानी याद आ जाएगी. पहले तो पुलिस वाले खूब हड़काएंगे भी. धैर्य रखिए. आपको बस इतना करना है कि पुलिस से रिक्वेस्ट करके एक (कच्ची FIR) लिखवानी है. वो पूरी कोशिश करेंगे की उन्हें ये न लिखना पड़े क्योंकि ये उनके लिए वो शरलॉक होम्स की मिस्ट्री है जिसका उन्हें पहला कदम भी नहीं पता. उन्हें कन्विंस करने के लिए आप ये दलील दे सकते हैं कि सर,केवल ये लिखाई गई एफ़०आई०आर० लिख दीजिए ,इसके बाद हम कभी इसके बारे में पूछने भी नहीं आएंगे. केवल ये मिल जाए तो शायद ये पैसे वापस आ जाएंगे. अगर आप भर्थना जैसे किसी कस्बे में रहते हैं तो A4 कागज का भी जुगाड़ खुदही करना पड़ सकता है,मतलब की साथ ले जाइए. खैर, अब आप लिखाई गई एफ़०आई०आर० की एक फोटोकॉपी कराकर उस पर मुहर लगवा लीजिए. बस यहां का काम हो गया.
अब जिस ऐप के जरिए आपको लूटा गया है. उसमें Contact Us” में जाइए. वहां आपको एक मोबाइल नंबर मिलेगा या Email ID मिलेगी. उस पर अपनी समस्या मेल कर दीजिए सिंपल और सही अंग्रेजी में. अब ऐसा न हो कि उसे समझ ही न आए. मोबाइल नंबर पर जैसे ही आप बताना शुरू करेंगे की मेरे पास एक कॉल आया था, उधर से तुरंत रिप्लाई आएगा.
मतलब कि आपके साथ फ्रॉड हुआ है. कितने रुपए गए?”
जी, 9999
कोई नहीं,अगर उसने खर्च नहीं किए होंगे तब तो वापस हो जाएंगे.
वो आपसे कुछ डॉक्युमेंट मांगेंगे. जैसे कि पहचान पत्र ,पुलिस स्टेशन में लिखाए गए सनहा की स्कैन्ड कॉपी, निवास के लिए एक प्रूफ, पासबुक का मेन पेज की स्कैन्ड कॉपी जिस पर आपकी फोटो और अकाउंट नंबर साफ साफ लिखा हो,कार्ड के अंतिम 4 डिजिट इत्यादि.
ये सब कुल मिलाकर 1 से 2 घंटे तक का समय लगेगा. आपके पैसे वापस आ जाएंगे. उस चोर की डिटेल्स भी मिल जाएंगी. अगर आपका खुद का पैसा है तब तो चुपचाप बैठ जाइए. बताएंगे तो मौज ही होगी. अगर किसी दोस्त की प्रॉब्लम है तब तो एक बढ़िया सी ट्रीट तो बनती ही है,साथ ही जिंदगी भर मौज लेने के लिए एक टॉपिक.
ये सब Mobikwik पर करना पड़ेगा. PayTM पर तो आपसे पुलिस सनहा भी नहीं मांगते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि हमें कैसे पता. बस इतना समझ लीजिए कि ट्रीट हम भी ले चुके हैं. अब एक स्टेप आगे.
अगर उसने पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए हैं तब तो वो पकड़ा भी जा सकता है. PayTM वाले उसका अकाउंट नंबर बता देंगे. अब इसके आगे का काम पुलिस बहुत आसानी से कर सकती है. अगर अकाउंट नंबर पता है मतलब कि लुटेरे का नाम ,फोन नंबर और पता सब पता चल जाएगा. पकड़ा भी जाएगा.
बैंक आपको कभी कॉल नहीं करता. याद रखिए.
अगर उसने पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए हैं तब तो वो पकड़ा भी जा सकता है. PayTM वाले उसका अकाउंट नंबर बता देंगे. अब इसके आगे का काम पुलिस बहुत आसानी से कर सकती है. अगर अकाउंट नंबर पता है मतलब कि लुटेरे का नाम ,फोन नंबर और पता सब पता चल जाएगा. पकड़ा भी जाएगा.
बैंक आपको कभी कॉल नहीं करता. याद रखिए.
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