AddSP साहब द्वारका प्रसाद जी के फरार होने की कहानी को कृपया शेयर करें...
आज से कुछ महीने पहले मेरे साथी वकील परमेश्वर पिलानियां को पावर और अहंकार के नशे में AddSP साहब द्वारका प्रसाद जी ने यह कहा था कि-
"...तुम्हारी वकालत 2 साल की है और 32 साल की मेरी नौकरी हो चुकी है, मुझे कानून मत सिखाओ..."
उस 2 साल के मेरे साथी वकील ने AddSP साहब द्वारा किए गए दूषित अनुसंधान की कोई पत्रावली निकालकर 166A आईपीसी के तहत साहब के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी...
उक्त FIR के अनुसंधान में AddSP साहब द्वारका प्रसाद जी दोषी पाए गए और साहब के खिलाफ न्यायालय में जब चार्जशीट पेश करने की बारी आई तो AddSP साहब द्वारका प्रसाद जी फरार हो गए और वकील साहब को सिफारिश कराने में अपनी पूरी ताकत झौंक दी क्योंकि एडवोकेट परमेश्वर पिलानियां की FIR में दस्तावेजी साक्ष्यों की भरमार थी...
IPS अधिकारी पूजा अवाना जी ने उच्च न्यायालय के समक्ष प्रार्थना-पत्र मय शपथ पत्र पेश कर कहा है कि-
1. AddSP द्वारका प्रसाद के खिलाफ अपराध प्रमाणित पाया गया है...
2. न्यायालय में चालान पेश इसलिए नहीं हो पा रहा है क्योंकि AddSP द्वारका प्रसाद फरार हो गए हैं...
3. घर पर नोटिस चस्पा करने के बावजूद AddSP द्वारका प्रसाद आ नहीं रहे हैं...
यह सबक है उन अहंकारी पुलिस अधिकारियों के लिए जो अहंकार और पावर के नशे में चूर हैं...
यहाँ आपको यह भी जानना जरूरी है कि कौन है यह AddSP द्वारका प्रसाद? ऐसा अपराध तो सभी पुलिसकर्मी करते हैं तो 166A आईपीसी के तहत दण्डित होने का "गोल्डन चांस" इसे ही क्यों मिला? तो इसका जवाब यह है कि हमारा चैम्बर दण्डित कराते समय "सर्वाधिक Worst पुलिसकर्मी" का चयन करता है और यह उस कैटेगरी में उच्च शिखर पर विराजमान था...इसका पूर्व इतिहास तो और भी भयानक रहा है, यह पुलिस में रहते हुए अपने कारनामों की वजह से कई वर्षों तक जेल में रहा है और पुलिस से बर्खास्त हो चुका था। इसको हम जैसे किसी वकील साथी ने न्यायालय के माध्यम से पुनः नौकरी दिलाई....
मैं पुनः दावे से कहता हूँ कि राजस्थान पुलिस के 99% पुलिस अधिकारियों को अनुसंधान करना नहीं आता है और ऐसे सभी अधिकारी 166A आईपीसी का संज्ञेय अपराध कारित करते हैं...इसमें पुलिस के अनुसंधान अधिकारियों की बजाय राजस्थान सरकार ज्यादा दोषी है क्योंकि सरकार का ध्यान पुलिस में काम करने वाले इंसानों की तरफ है ही नहीं...पुलिसकर्मियों को बिना संसाधन और बिना मैनपावर दिए सरकार रोबोट की तरह काम लेना चाहती है...
मैं पुनः ईमानदार और अच्छे पुलिसकर्मियों से निवेदन करता हूँ कि नेताओं और उच्चाधिकारियों के कहने पर अनुसंधान गलत नहीं करें अन्यथा AddSP साहब द्वारका प्रसाद जी की तरह जेल से बचने के लिए आपको भी फरार होना पड़ सकता है...
आईपीएस पूजा अवाना का उच्च न्यायालय के समक्ष पेश किया गया प्रार्थना-पत्र संलग्न कर रहा हूँ...
आपका ही
एडवोकेट गोवर्धन सिंह
राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर
एडवोकेट गोवर्धन सिंह
राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर
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