जय हिंद पैरेन्ट्स
उठो,,, जागो,, आपकी हो रही लूट के खिलाफ उवाज उठाओ । वक़्त आ गया है कि प्राइवेट स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानियों के खिलाफ एक जोरदार उवाज बुलंद की जाये । आँखे मीचने से खतरा नही टलेगा ।
जब बच्चा शुरू से एक ही स्कूल में पढ़ रहा ह तो हर साल 15 हजार से 25 हजार रुपए दाखला के नाम पे बसूलना गलत तथा नाजायज़ है । यह सीबीएसई के नियम के खिलाफ है । हर साल मनमर्जी से फीस भी बढ़ाई जाना गलत है ।
और तो और एक ही खास बुक डिपो से इनकी किताबें कापियां मिल रही हैं। मोटा कमिंशंन खा रहे हैं सभी स्कूल ऐसे । जबकि कानून है के सीबीएसई स्कूलों में ncert की किताबें लगनी है तो कियो नही लगाते फिर ? Ncert की किताबे 10 गुना सस्ती और सरकारी हैं , इनमे स्कूलों को कमीशन नही मिलता इसी लिए यह स्कूल मोटा कमीशन खाने के लालच में अपनी मर्जी के पब्लिशर की किताबें लगाते हैं जो एक ही दूकान से मिलती है ।
हर साल स्कूल Annual Function करबाने के नाम पे आपको लूटते हैं । पहले तो यह के यह फंक्शन स्कूल ने कराना होता है अपनी एक साल की प्राप्तियों और वाह वाह के लिए । लेकिन यह स्कूल उसका खर्च भी आप से लेते हैं , प्रति बच्चा कम से कम 500 रुपए । एक स्कूल में कम से कम 3000 बच्चे हैं उस हिसाब से 15 लाख इकठे हुए।अब बताओ आप ही के कितनी कमाई कर ञ यह लोग अपने को बेबकूफ बना के ।
दोस्तों आप लोग कब तक चुप्प बैठोगे । कब तक इन स्कूलों की मनमानी सहते रहोगे । उठो, जागो और इनको बता दो के शिक्षा का व्योपार बंद होना ही चाहिए ।
एक सब्जी वाले से तो सब्जी खरीदते वक़्त 2 रुपए के लिए लड़ झगड़ते हो, फिर आपकी कमाई लूट रहे इन स्कूलों के आगे घुटने क्यों टेक रहे हो ।
यह किसी एक स्कूल की बात नही है यह है हकीकत हर स्कूल की ।
सम्पर्क करें ।
Akhil Bhartiya Grahak Panchyat Bharthana Regd
M:- 9412572326
उठो,,, जागो,, आपकी हो रही लूट के खिलाफ उवाज उठाओ । वक़्त आ गया है कि प्राइवेट स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानियों के खिलाफ एक जोरदार उवाज बुलंद की जाये । आँखे मीचने से खतरा नही टलेगा ।
जब बच्चा शुरू से एक ही स्कूल में पढ़ रहा ह तो हर साल 15 हजार से 25 हजार रुपए दाखला के नाम पे बसूलना गलत तथा नाजायज़ है । यह सीबीएसई के नियम के खिलाफ है । हर साल मनमर्जी से फीस भी बढ़ाई जाना गलत है ।
और तो और एक ही खास बुक डिपो से इनकी किताबें कापियां मिल रही हैं। मोटा कमिंशंन खा रहे हैं सभी स्कूल ऐसे । जबकि कानून है के सीबीएसई स्कूलों में ncert की किताबें लगनी है तो कियो नही लगाते फिर ? Ncert की किताबे 10 गुना सस्ती और सरकारी हैं , इनमे स्कूलों को कमीशन नही मिलता इसी लिए यह स्कूल मोटा कमीशन खाने के लालच में अपनी मर्जी के पब्लिशर की किताबें लगाते हैं जो एक ही दूकान से मिलती है ।
हर साल स्कूल Annual Function करबाने के नाम पे आपको लूटते हैं । पहले तो यह के यह फंक्शन स्कूल ने कराना होता है अपनी एक साल की प्राप्तियों और वाह वाह के लिए । लेकिन यह स्कूल उसका खर्च भी आप से लेते हैं , प्रति बच्चा कम से कम 500 रुपए । एक स्कूल में कम से कम 3000 बच्चे हैं उस हिसाब से 15 लाख इकठे हुए।अब बताओ आप ही के कितनी कमाई कर ञ यह लोग अपने को बेबकूफ बना के ।
दोस्तों आप लोग कब तक चुप्प बैठोगे । कब तक इन स्कूलों की मनमानी सहते रहोगे । उठो, जागो और इनको बता दो के शिक्षा का व्योपार बंद होना ही चाहिए ।
एक सब्जी वाले से तो सब्जी खरीदते वक़्त 2 रुपए के लिए लड़ झगड़ते हो, फिर आपकी कमाई लूट रहे इन स्कूलों के आगे घुटने क्यों टेक रहे हो ।
यह किसी एक स्कूल की बात नही है यह है हकीकत हर स्कूल की ।
सम्पर्क करें ।
Akhil Bhartiya Grahak Panchyat Bharthana Regd
M:- 9412572326
No comments:
Post a Comment