इंटरनेट ने ज़िंदगी आसान कर दी है. ख़ास तौर से खरीददारी और पेमेंट के मामले में. अब ज़्यादातर पेमेंट्स के लिए बैंक को बीच में नहीं लाना पड़ता. पेटीएम, नेट बैंकिंग, फोन बैंकिंग जैसे कितने ही तरीके हैं, जिनसे आप घर बैठे पैसे इधर से उधर कर सकते हैं. कॅश हैंडलिंग की समस्या से छुटकारा तो मिल गया है, लेकिन दूसरी तरह की दिक्कतें बढ़ी है. फ्रॉड करनेवाले नए-नए तरीके खोज निकाल रहे हैं, जिससे आपकी जेब पर डाका डाल सके. अगर आप ज़रा से भी लापरवाह हुए, तो चोट मिलना तय है. ऐसी ही एक घटना साउथ इंडिया की एक टीचर वेलपुरी पवित्रा के साथ हुई है.
OLX का वो ऐड जो एक स्कैम की बुनियाद बना
पवित्रा के पास एक पुराना स्ट्रोलर था. स्ट्रोलर माने बच्चा गाड़ी. उन्होंने पुराने सामान की खरीद-फरोख्त करने वाली साईट OLX पर इसे डाल दिया. काफी दिनों तक उन्हें कोई खरीददार नहीं मिला. पवित्रा ऐड डालकर भूल भी गईं. फिर एक दिन अचानक एक आदमी का उन्हें OLX के मेसेंजेर पर मैसेज आया. उसने पूछा कि स्ट्रोलर इतनी कम कीमत में कैसे है, किस कंडीशन में है वगैरह-वगैरह. पवित्रा ने सब बताया. घर आ कर चेक करने की ऑफर भी दी.
दो दिन बाद उस आदमी का पवित्रा को फोन आया. उसने अपना नाम विशाल बताया. तय कीमत पर स्ट्रोलर खरीदने की इच्छा दिखाई. उसने कहा कि वो मुंबई में रहता है और पुणे में रहती अपनी बहन को ये स्ट्रोलर भेजकर सरप्राइज़ देना चाहता है. पवित्रा ने सोचा कि कितना प्यारा इंसान है, जो अपनी सिस्टर के बच्चे के लिए चुपके से गिफ्ट भेज रहा है.
असल माजरा क्या था?
उस आदमी ने पवित्रा से कहा कि वो ऑनलाइन ट्रांसफर कर देगा. बहन कल पवित्रा के घर आकर स्ट्रोलर ले जाएगी. पवित्रा ने उससे मेल आईडी मांगी, जिसपर अकाउंट डिटेल्स भेजी जाए. उसने रिक्वेस्ट की कि वो Whatsapp पर भेज दे. पवित्रा ने मान लिया. भेज दी डिटेल्स.
अभी डिटेल्स भेज के 3 मिनट भी नहीं हुए थे कि पवित्रा के मोबाइल पर एक ऐसा एसएमएस आया, जो अमूमन बैंक की तरफ से आता है. इस एसएमएस में कहा गया था कि उनके अकाउंट में 13,500 रुपए जमा हो गए हैं. पवित्रा चौंक गई. क्योंकि होने 3,500 थे.
पवित्रा ने उस आदमी को Whatsapp पर पूछा कि ये क्या ब्लंडर है? उसने जवाब दिया कि ये जल्दबाज़ी में हुआ है. ये पैसे वो अपनी मां को भेज रहा था और गलती से आ गए पवित्रा के अकाउंट में. उसने 10 हज़ार रुपए अपनी मां के अकाउंट में ट्रांसफर करने की रिक्वेस्ट की. पवित्रा ने हामी भर दी.
वक़्त रहते दिमाग न चलता तो नुकसान हो ही गया था
पवित्रा से उस आदमी ने कहा कि वो अकाउंट की जगह पेटीएम से पैसे ट्रांसफर करे. साथ ही जल्दी भी मचाने लगा. कहा कि उसकी मां क्लिनिक में है और उन्हें वहां का बिल देना है. इस जल्दबाजी से पवित्रा को थोड़ा शक़ हुआ. उसने ट्रांसफर से पहले एक बार फिर से अपना अकाउंट चेक करने की सोची. ऑनलाइन चेक करने पर उसने पाया कि ऐसा कोई ट्रांजैक्शन हुआ ही नहीं था. डबल चेक करने के लिए उन्होंने अपने बैंक के कस्टमर केयर पर फोन किया.
वहां से भी पता चला कि कोई पैसे नहीं जमा हुए हैं. जिस वक़्त वो बैंक से बात कर रही थीं, उन्हें विशाल के मैसेज आए जा रहे थे. फोन रख कर पवित्रा ने उससे कहा कि उसने कोई अमाउंट रिसीव नहीं किया है. फिर उसे कॉल कर के सवाल करने शुरू किए. घबराकर उस आदमी ने फोन रख दिया. फिर उठाया ही नहीं. पवित्रा कई पलों तक सोचती रही कि वो नुकसान उठाने की कगार तक पहुंच गई थी. अगर वक़्त रहते शक़ न होता तो चूना लग चुका था.
पवित्रा ने सारा माजरा फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा. साथ ही whatsapp की बातचीत के स्क्रीनशॉट्स भी लगाए. मामला तत्काल वायरल हो गया. जोकि अच्छा ही है. लोगों को पता चलना चाहिए कि किस-किस तरह से आप ऑनलाइन ठगे जा सकते हैं.
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