Thursday, February 15, 2018

तो इस कारण किसानों को नहीं मिलता फसल बीमा का लाभ

बैंक,बीमा कम्पनी तथा किसान के बीच क्या है सम्बन्ध ?

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 2 वर्ष से ज्यादा हो गये है लेकिन आज भी किसानों के बीच गलतफहमी बनी हुई है | इस कारण किसान अपनी फसल का बीमा कराने तथा बीमा को पाने में दिक्कतों का सामना करना पढ़ता है  अक्सर किसान बीमे की लडाई बैंक से करने लगते हैं | इस बारे में किसान समाधान आप के लिए बैंक, बीमा कम्पनी तथा किसान के बीच का सम्बन्ध है यह बतायेगा |

फसल बीमा में बैंक का क्या भूमिका है ?

बैंक बीमा कम्पनी का एक एजेंट की तरह है | जिसका कम यह है की बीमा कम्पनी के लिए बैंक किसानों के फसलों का बीमा करा सके | इसको इस प्रकार भी समझ सकते हैं A नाम का किसान B नाम के बैंक में बीमा कराने जाता है या बैंक से KCC से कृषि कर्ज लेता है तो बैक B उस किसान का कुल कर्ज का 2% काट लेगा | तथा यह पैसा C नाम की  बीमा कम्पनी को दे देगा और आप को एक फार्म भर कर देगा जिसमें लिखा रहेगा की आप का बीमा किस कम्पनी ने किया है | तथा आपके  फसल बीमा की अवधि क्या रहेगा | बीमा कितने का है | बैंक आप का 2 % तभी कटेगा जब आप कृषि कर्ज खरीफ फसल के लिया है | अगर आप कृषि कर्ज रबी फसल के लिए लिए हैं तो आप का कृषि कर्ज का 1.5% कटेगा तथा बागवानी फसल के लिए 5% कटेगा | यह पैसा C नाम के बीमा कम्पनी को दे देगा |
बैंक B आप को अगर बीमा का प्रमाण पत्र दे देता है तो आप का बैंक से फिर कोई कम नहीं रह जाता है | बैंक का कम सिर्फ इतना ही है | इसके बाद आपको सिर्फ बीमा कम्पनी C से कम रहता है |

बीमा में पटवारी का क्या भूमिका है ?

किसान भाई अगर आप ने बैंक से बीमा का प्रमाण पत्र हासिल कर लिया है तो अब आप का बैंक से कोई मतलब नहीं रह जाता है | लेकिन बैंक बीमा का प्रमाणपत्र नहीं देता है तो आप बैंक से मांगे नहीं देने पर प्रत्येक बैंक में एक बीमा अधिकारी रहता है उससे सम्पर्क करें |इसके बाद जिस फसल के लिए फसल बीमा लिया है उस फसल का बोनी प्रमाण पात्र लेना होगा | इसके लिए आप के भूमि पर पटवारी आकर आप के फसल को देखेगा | तथा आप को बोनी प्रमाण पत्र देगा | अगर पटवारी आप को बोनी प्रमाण पत्र नहीं देता है तो किसान अपना बोनी प्रमाण पत्र के लिए पटवारी से सम्पर्क करें | पटवारी के खेत पर नहीं आने पर किसान अपने तहसील के तसीलदार या अनुभागिय अधिकारी से शिकायत करें | अगर आप ने पटवारी से बोनी प्रमाण पत्र नहीं लिया है तो आप का फसल बीमा में यह माना जा सकता है की आपने कोई फसल बोया ही नहीं हैं |

बीमा कम्पनी और किसान के बीच का सम्बन्ध क्या है ?

किसानों को बैंक से बीमा का प्रमाण पत्र मिल जाने के बाद, पटवारी से बोनी प्रमाण पत्र मिल जाने के बाद अब किसान और बीमा कम्पनी के बीच का सम्बन्ध रह जाता है | अगर आप की फसल खराब हो गयी है तो इसकी शिकायत बीमा कम्पनी के पास करें तथा अपने तहसील के SDM के पास करें | तथा बीमा का लाभ लें

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