एलियन शर्मा
रामदेव की पतंजली का एक योग है ● हृदयामृत वटी●
~ जिसके फार्मूले में लिखा गया है कि इस दवाई में हीरा भस्म , शुद्ध गुग्गुल और शिलाजीत मिला कर तैयार किया जाता है और यह वटी हृदय रोगों में तत्काल प्रभाव से काम करती है । पुरानी पैकिंग में हीरा भस्म, शुद्ध गुग्गुल और शिलाजीत मिलाने का विवरण भी है ।
इस दवाई की नयी पैकिंग में यह तीनों औषधियों गायब है और पहले दवाई का वज़न 20 ग्राम और रेट में 100/ था ।
अब हीरा भस्म , शुद्ध गुग्गुल और शिलाजीत जैसी दवाई गायब है और 60 गोलियों की क़ीमत है 110/
-------------------------- -----------------
अच्छा है हिरा भस्म निकाल दिया
हिरेका पावडर आता है, उसका उपयोग भी किया है लेकिन हिराभस्म पहली बार सुना । पावडर भस्म नही है । पदार्थ को जलाने के बाद मिले वो राख ही भस्म है, हिरे को जलाने से कुछ हाथ में नही आता सिवा कार्बन डायोक्साईड वायु के ।
कच्चे हिरों के शेप देने के समय लेथ में हिरे से हिरा टकराते हैं और जो सुक्ष्म कनीयां निकलती है उसे पावडर कहते हैं । उस पावडर पर कोइ भी रासायणिक प्रक्रिया नही होती है तो शरीर में जाएगी तो ऐसे ही बाहर आ जाएगी । ना कोइ फायदा ना कोइ नूकसान । हिरा जहर है वो भी मिथ है । जब रासायणिक प्रक्रिया ही नही होती तो शरीर में रीस कर कहां खराबी कर सकता है ।
हिरा भस्म व्यापारी जुमला है
रामदेव की पतंजली का एक योग है ● हृदयामृत वटी●
~ जिसके फार्मूले में लिखा गया है कि इस दवाई में हीरा भस्म , शुद्ध गुग्गुल और शिलाजीत मिला कर तैयार किया जाता है और यह वटी हृदय रोगों में तत्काल प्रभाव से काम करती है । पुरानी पैकिंग में हीरा भस्म, शुद्ध गुग्गुल और शिलाजीत मिलाने का विवरण भी है ।
इस दवाई की नयी पैकिंग में यह तीनों औषधियों गायब है और पहले दवाई का वज़न 20 ग्राम और रेट में 100/ था ।
अब हीरा भस्म , शुद्ध गुग्गुल और शिलाजीत जैसी दवाई गायब है और 60 गोलियों की क़ीमत है 110/
--------------------------
अच्छा है हिरा भस्म निकाल दिया
हिरेका पावडर आता है, उसका उपयोग भी किया है लेकिन हिराभस्म पहली बार सुना । पावडर भस्म नही है । पदार्थ को जलाने के बाद मिले वो राख ही भस्म है, हिरे को जलाने से कुछ हाथ में नही आता सिवा कार्बन डायोक्साईड वायु के ।
कच्चे हिरों के शेप देने के समय लेथ में हिरे से हिरा टकराते हैं और जो सुक्ष्म कनीयां निकलती है उसे पावडर कहते हैं । उस पावडर पर कोइ भी रासायणिक प्रक्रिया नही होती है तो शरीर में जाएगी तो ऐसे ही बाहर आ जाएगी । ना कोइ फायदा ना कोइ नूकसान । हिरा जहर है वो भी मिथ है । जब रासायणिक प्रक्रिया ही नही होती तो शरीर में रीस कर कहां खराबी कर सकता है ।
हिरा भस्म व्यापारी जुमला है
Heerak Bhasma (also spelled as Hirak Bhasma and also called Vajra Bhasma, Hira Bhasma and Diamond Bhasma) is an ayurvedic medicine mainly used in the treatment of internal abscess, tumor, cancer, angina pectoris and tuberculosis. It acts as immunomodulatory agent and strengthens mind and body. It also has cardioprotective and antianginal properties, so it is also indicated for the management of angina pectoris and heart diseases.
No comments:
Post a Comment