मेरे मित्रों
MPBE ने नया तरीका ढूढ़ा ग्राहकों का आर्थिक शोषण करने का .....
जैसा कि सभी जानते है कि किसी भी परिवार में शादी होती है तो उसे निमंत्रण की प्रति देकर गार्डन संचालक को 10 हजार रुपये देकर अस्थाई कनेक्शन लेना होता है
जिसमे यदि 10 हजार रुपये से कम बिजली खपत होती है तो शेष राशि नगद न लौटा कर उस ग्राहक के बिजली के बिलों में (समावेश) एडजस्ट करने की बात MPBE विभाग कहता है
जिसमे यदि 10 हजार रुपये से कम बिजली खपत होती है तो शेष राशि नगद न लौटा कर उस ग्राहक के बिजली के बिलों में (समावेश) एडजस्ट करने की बात MPBE विभाग कहता है
अब यही 10 हजार रुपये की राशि को बढ़ाकर MPBE ने 25 हजार रुपये कर दी है ,जो कि ग्राहक के साथ सरासर आर्थिक रूप से अत्याचार है।क्योंकि जिस परिवार में शादी होती तो उसे तो बिजली कनेक्शन लेना ही है क्योंकि उसकी मजबूरी बन जाती है जिसकी मजबूरी MPBE उठा रहा है और शासकीय नियम बना कर जनता को शासन के खिलाफ भड़का रहा है ।
ओर अपने को मजबूर बता रहा कि वह यह सब सरकार के आदेश से कर रहे है ।बल्कि नियम बनाने वाले अधिकारी होते है ।
अब सवाल यह होता है कि MPBE वैसे ही 1000 हजार रुपये में से खपत हुई बिजली की राशि काटकर नगद न देकर बिजली बिल के भुगतान में (समावेश) करने की कहता है पर करता नही ओर महीनों अपने पास राशि रखे रहते ओर फिर इतने पर 25000 रुपये की राशि कर देना MPBE के द्वारा के राशि बढ़ाकर लेना ओर ग्राहक का राशि को समावेश (एडजस्ट)कराने में चक्कर लगाना ।
जो कि आर्थिक शोषण के साथ साथ मानसिक शोषण भी MPBE के द्वारा करा जा रहा है ओर बदनाम खुद न होकर सरकार को करा जा रहा है।
अब सरकार के प्रतिनिधी जिसमे विधायक ,नगरपालिका अध्य्क्ष या शेष जन प्रतिनिधि कंहा गये जिन्होंने वादा किया था कि जनता को कोई भी परेशानी नही आयेगी क्योंकि उनके लिये उनके अपने नेताजी उनके साथ रहेंगे ....हरदम
ओर इधर MPBE नियमो का हवाला देकर जनता को
परेशान कर रही है क्योंकि शादियो के लिये गार्डन बुक करने है और 1000 की बजाय 25000 रुपयों की मांग कर रही है ।जिससे शादी वाले परिवार में आर्थिक बोझ बड़ रहा जिससे MPBE ओर सरकार दोनों को कोस् रहा है ।
परेशान कर रही है क्योंकि शादियो के लिये गार्डन बुक करने है और 1000 की बजाय 25000 रुपयों की मांग कर रही है ।जिससे शादी वाले परिवार में आर्थिक बोझ बड़ रहा जिससे MPBE ओर सरकार दोनों को कोस् रहा है ।
अब क्या करें ग्राहक..........कोई बताये
No comments:
Post a Comment